इंजीनियरिंग और मेडिकल में कोन अच्छा है:-
आज के दौर में बच्चे पहले से ही सोच लेते है की उन्हें भविष्य में क्या करना है और वो बड़े होकर क्या बनना चाहते हैं। जिसमें से अधिकतर बच्चों की चॉइस इंजीनियर बनने की होती है और यह गलत भी नहीं है क्योंकि इंजीनियरिंग के बच्चों के पास बहुत से विकल्प होते हैं। इंजीनियर बनने का ख्वाब लेकर बच्चे स्कूल के समय से ही तैयारी शुरू कर देते हैं।
इंजीनियरिंग करने के फ़ायदे:-
वास्तव में एक इंजीनियर क्या करता है?
इंजीनियरिंग करने के इच्छुक छात्र स्कूल में 11 वीं कक्षा में साइंस विषय का चयन करते हैं तथा 12 वीं में इन्ही विषयों को पढ़ना होता है, और उनकी तैयारी यहीं से शुरू हो जाती है। इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लेने के लिए जरुरी है की आपने 12 की पढाई साइंस स्ट्रीम से की हो। इंजीनियर कैसे बन सकते हैं, इंजीनियरिंग क्या है, कहाँ से करें इंजीनियरिंग की पढाई तथा इंजीनियरिंग से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी के लिए Careers360 के इस हिंदी के लेख को अवश्य पढ़ें।
सबसे बड़े इंजीनियरिंग क्षेत्र हैं:
- केमिकल इंजीनियर
- सिविल इंजीनियर
इंजीनियर कैसे बने:-
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग
मैकेनिकल इंजीनियरिंग
कंप्यूटर साइंस
इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग
मैकेनिकल इंजीनियर कैसे करे:-
12 वीं कक्षा पूरी करने के बाद आप यूजी (बी.टेक) कार्यक्रम को चुनने के लिए पूरी तरह से पात्र हैं। मैकेनिकल इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए, या तो यूजी डिप्लोमा , गणित और भौतिकी योग्यता परीक्षा में अनिवार्य रूप से होना चाहिए।
कंप्यूटर इंजीनियर कैसे करे:-
यदि आपने अपनी 12 वीं गैर-चिकित्सा के साथ की है तो आप सॉफ्टवेयर इंजीनियर के क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए एआईईईई (अखिल भारतीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा) के लिए जा सकते हैं। आपको प्रोग्रामिंग भाषाएं जैसे C, C++, Java आदि सीखनी होंगी। बी.टेक करने के लिए आपको 12वीं कक्षा भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित विषयों के साथ उत्तीर्ण करनी चाहिए।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे करे:-
सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने का पहला चरण यह है कि 12वीं पास करने के बाद आप किसी अच्छे कंप्यूटर कॉलेज जैसे कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, बीसीए और बैचलर ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी से बैचलर ऑफ कंप्यूटर की डिग्री लें, जो 4 साल का होता है।
दसवीं के बाद इंजीनियर कैसे बने:-
इंजीनियर कैसे बने:-
1. Family Physician:-
10वीं के बाद इंजीनियर बनने की राह
बसे पहले नंबर पर आता है Family Physician जिसे आप आम भाषा में एक डॉक्टर भी कह सकते हैं। जिसके पास हम बुखार ,खांसी ,सर में दर्द ,पेट में दर्द जैसी चीजों के लिए हर रोज़ चेकअप करवाने जाते हैं। आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि जब हम Physician के पास जाते हैं तो उनके पास कितनी लंबी लंबी लाइन होती है और हमें हमेशा इनकी जरूरत पड़
सरल शब्दों में इंजीनियरिंग क्या है?
Physician बनने के लिए सबसे पहले आपको MBBS की डिग्री लेनी होगी इसमें आपको 4 साल की पढ़ाई करनी होती है और उसके बाद आपको 1 साल का इंटर्नशिप (Internship) करना पड़ता है। इसमें पूरे 5 साल का समय लग जाता है।
• MBBS कोर्स को करने के लिए आपकेस पास 11th और 12th कक्षा में Physics, Chmistry, Biology यानी कि PCB होना अनिवार्य है।
Top Medical College se MBBS
AIIMS यानी ” All India Institute of Medical Research ” जैसे सरकारी मेडिकल कॉलेज में से MBBS करने के लिए NEET यानी ” नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट ” का एग्जाम देना पड़ता है।
दसवीं के बाद कौन सा कोर्स करें ?
अगर आप प्राइवेट मेडिकल कॉलेज के साथ तुलना करें तो सरकारी मेडिकल कॉलेज में फीस बहुत कम होती है ।
हर साल बहुत सारे विद्यार्थी नीट एग्जाम के लिए तैयारी करते हैं लेकिन उसमें से बहुत ही कम बच्चे पास होते हैं तो इसके लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी।
पाँच साल की MBBS करने के बाद आप एक Family Physician बन जाएंगे इसके बाद आप किसी हॉस्पिटल में भी काम कर सकते हैं या फिर आप खुद का क्लीनिक (clinic) भी खोल सकते हैं।
Family Physician की सैलरी कि बात करें तो आपको पता ही है डॉक्टर की सैलरी कितनी होती है। लगभग लाखों में आपको इसकी सैलरी मिल सकती है और अगर आपने अपना क्लीनिक (clinic) खोल लिया तो उसमें आप बहुत पैसा कमा सकते हैं।
2. Surgeon:-
दूसरे नंबर पर आता है Surgeon अगर आपने अपनी 12th कक्षा मेडिकल से पास की है तो surgeon भी बहुत अच्छा कैरियर ऑप्शन है। Surgeon का काम होता है जब हमारी कोई भी अंदरूनी बीमारी हो जाती है तब उसकी जो सर्जरी करता है वह surgeon होता है।
तो surgeon बनने के लिए भी आपको MBBS की पढ़ाई करना जरूरी है और उसके बाद आपको M.S यानी ” Master of Surgery ” भी करनी होती है जोकि 3 साल की होती है । इसी के साथ आपको 1 साल और 6 महीने की ट्रेनिंग भी लेनी होगी।
सर्जन की सैलरी की बात करें तो शुरुआत में यह 50,000 प्रति माह से लेकर 80,000 प्रतिमा तक हो सकती है। समय के साथ जैसे आपका एक्सपीरियंस बढ़ता है आपकी सैलरी भी बढ़ती है।
3. Dentist
डेंटिस्ट आपके दांत और मसूड़ों के संबंधित डॉक्टर को कहा जाता है। पहले डेंटिस्ट की मांग कम थी लेकिन अब हर कोई अपने दांतो को अच्छा और स्वस्थ रखना चाहता है।
डेंटिस्ट बनने के लिए आपको 5 साल का कोर्स करना पड़ता है जिसे हम बीडीएस यानी ” बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी ” कहते हैं । इसमें 4 साल की आपको पढ़ाई और 1 साल का इंटरशिप करना होता है। इसमें बीडीएस के बाद एमडीएस यानी ” मास्टर ऑफ डेंटल सर्जरी ” भी कर सकते हैं।
बीडीएस में अप्लाई करने के लिए आपके पास 12वीं कक्षा में मेडिकल होना जरूरी है। 12वीं कक्षा में कम से कम 50% मार्क्स होने चाहिए तभी आप बीडीएस के लिए योग्य है।
यह कुछ कॉलेज है जहां से आप बीडीएस कर सकते हैं :
• मौलाना आजाद डेंटल कॉलेज, दिल्ली
4. Pharmacist:-
आप फार्मासिस्ट बनने के लिए डी-फार्मा यानी ” डिप्लोमा इन फार्मेसी ” कर सकते हैं जोकि 2 साल का होता है। इसी के साथ आप 4 साल की बी-फार्मेसी यानी ” बैचलर इन फार्मेसी ” भी कर सकते हैं। इसके बाद अगर आप डॉक्टर बनना चाहते हैं तो आप MBBS or BDS or BAMS or BHMS कर सकते हैं।
पढ़ाई कर सकते है :
• मणिपाल कॉलेज ऑफ फार्मेसी साइंस, मणिपाल
• नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, मोहाली
5. Pediatrician Doctor
यह वह डॉक्टर होते हैं जो छोटे बच्चे से लेकर 12 साल के बच्चे तक का इलाज करते हैं हम आम भाषा में इन्हे बच्चों का डॉक्टर भी कहते हैं।
Pediatrician डॉक्टर बनने के लिए सबसे पहले आपको MBBS पूरी करनी होगी इसके बाद आपको M.D. in Pediatrics करनी होगी। इसके बाद आप किसी हॉस्पिटल में प्रैक्टिस करके Pediatrician डॉक्टर बन सकते हैं।
6. Veterinarian
वेटरिनरी डॉक्टर्स को वेट ( VAT ) भी कहते हैं। यह डॉक्टर जानवरों के डॉक्टर होते हैं और यह जानवरों का इलाज करते हैं। अगर आपको इसमें रुचि है और आपको लगता है कि आपको जानवरों का डॉक्टर बनना चाहिए तब आप यह कोर्स कर सकते हैं।

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